मूल शहर सभी अवैध, प्रतिबंधित कारोबारियों की बना पनाहगाह ! पोलिस स्टेशन के अधिकारी भले ही नये आये हो लेकिन सभी अवैध दो नंबर के धंदे सरेआम जारी है ! क्या राज्य के गृहमंत्री और पालकमंत्री इनपर लगाम लगायेंगे ?

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*दिनांक 18 जनवरी 2023 को जनमहिती अधिकार अधिनियम 2005 के तहत मैने मूल पोलिस स्टेशन के जनमाहिती अधिकारी पोलिस निरीक्षक को निवेदन किया था ! उस निवेदन से मैने यह जानकारी माँगी थी के ” मूल पोलिस स्टेशन के कार्यक्षेत्र मे डी बी स्कॉड ने 2022 से आजतक प्रतिबंधित गुटका , खर्रा ,माजा , तंबाकू , सट्टा अड्डे , जुआ अड्डोंपर छापेमारी करके गुनाह दर्ज किये होंगे तो उसकी जानकारी दी जाये ” !*
*मेरे इस निवेदन का दिनांक 16 फरवरी 2023 को मूल के पोलिस निरीक्षक ने जावक क्र 462 /23 के जरिये से ऐसा लिखित जवाब दिया कि , ” इस जानकारी का किसीभी सार्वजनिक कामकाजसे या किसीभी हितसंबंध कोई भी संबंध नही होनेसे कलम 8 ( 1 ) ( त्र ) माहिती अधिकार अधिनियम 2005 के के मुताबिक नकारा जाता है !*
*मैने जो जानकारी मूल पुलिस से मांगी थी के 2022 से आजतक कितने अवैध गुटका , खर्रा , तंबाकू , माजा ,सट्टा अड्डे , जुआ अड्डे आपके डी बी स्कॉड ने पकड़े है ? लेकिन जब मूल पोलिस स्टेशन के इस काबिले तारीफ कर्तव्यदक्ष डी बी स्कॉड के होनहार अधिकारी ने किसी भी दो नंबरी गैरकानूनी धंदे वालों को पकड़ा हो नही और कोई गुनाह भी दर्ज नही किया है तो ये क्या जवाब देते ? इस लिये साफ इंकार करके अपने निकम्मेपन पर परदा डाल दिया !*
*उसी तरहसे उसी दिनांक 18 जनवरी 2023 को मैने जनमाहिती अधिकार के तहत दूसरा निवेदन दिया था के ” प्रतिबंधित गुटका , खर्रा , तंबाकू आदि बेचनेवाले ब्यापारियोंके खिलाफ समाचार प्रकाशित करनेसे मूल पोलिस स्टेशन के कार्यक्षेत्र मे आत्महत्या करनेवाले ब्यापारीयों की जानकारी दी जाये “*
*इस निवेदन का मूल के पोलिस निरीक्षक ने दिनांक 16 फरवरी 2023 को पत्र क्र. 463 /23 के जरिये ऐसा लिखित जवाब दिया गया है के ” प्रतिबंधित अवैध गुठका , खर्रा ,तंबाकू आदि बेचनेवालों के खिलाफ समाचार प्रकाशित करनेसे मूल पोलिस स्टेशन के कार्यक्षेत्र मे किसीभी बेपारी ने आत्महत्या करने की नोंद नही है “!*
*मूल पोलिस स्टेशन के जनमाहिती अधिकारी पोलिस निरीक्षक के इस लिखित जवाब में साफतौर पर लिखा है के ” अवैध प्रतिबंधित गुठका , खर्रा , तंबाकू आदि बेचनेवालो मेसे किसिनेभी समाचार छपने के बाद आत्महत्या करनेकी कोई नोंद मूल पोलिस स्टेशन मे नही है ! “*
*मूल पुलिस ने यह जो जवाब लिखित मे दिया है इस जवाब से ही यह साबित हो जाता है के मूल पोलिस स्टेशन के कार्यक्षेत्र में यह सभी अवैध कारोबार चलते है ! भलेही थानेदार बदल गये होंगे लेकिन यहाँके कुछ मालसुतो में माहिर और यहाँ के कथित दल्ले राजनेताओं का चोली दामन का साथ कभी छूटने वाला नही और नाही बंदरबांट थमने वाली है !?*
*अतिविश्वस्नीय सूत्रों से पता चला है के , अवैध प्रतिबंधित गुटका , खर्रा , नकली मीठी सुपारी , तंबाकू , माजा का कारोबार करनेवाले चंद्रपुर जिलेके तीन बडे कारोबारी मूल आकर यहाँ दो कथित राजनेता दो नंबरीयो के दल्लों के जरिये किसी अधिकारी से मिलकर अपने गुर्गों को यह सब अवैध प्रतिबंधित माल बेरोकटोक हमेशा की तरहसे सप्लाई करते रहनेकी मंडावली की गई ! इस मंडावली में पिछले समय दिये जाने वाले हप्ते से एक लाख ज्यादा देनेपर सहमति बनी है , उसी तरह अवैध शराब कारोबारी , सटोरियों और जुआ अड्डा चालकों , अय्याशीयो के अड्डों वालों सभी के हप्ते बढ़ाकर देनेका मूल के राजनीतिक चोला ओढे बैठे दो कथित दल्ले नेताओं के मध्यस्थता से तय हुवा है ऐसी अतिविश्वस्नीय जानकारी पता चली है !?*
*इसी तरहसे मूल शहर से चलनेवाली पचासों ट्रैव्हल्स बसेस मूल स्थित राज्य परिवहन के बस अड्डे के सामने ही खड़ी रखकर प्रवासी भरे जाते हैं और बसेस फूल भरकर दौडाई जाती है !*
*इन बसोंके जो परमिट है वह कॉंट्रेक्ट बेसिक पर है , जैसेके शादी ब्याह के लिये या तीर्थाटन के लिये या किसी कार्यक्रमो के लिये पूरी गाड़ी बुकिंग पर दी जा सकती है ❗इन्हें हर गाँव से प्रवासी यात्री लेनेका परमिट नही है ! फिरभी यह ट्रेव्हल्स वाले अवैध प्रवासी भरकर हर शहर ,गाँव मे जगह जगह बस बीच रास्तोमे रोककर सवारियाँ भरते हैं और गाड़ियाँ बेफाम दौड़ाते है ! मूल में सीधे राज्य परिवहन के बस अड्डेके मेन गेटके ही सामने बस खड़ी रखकर आवाजे लगाकर सवारियाँ भरी जाती है और यह सब मूल के ट्रैफिक पुलिस स्टॉफ वालोंकी मौजूदगिमे और राज्य परिवहन के स्थानीय अधिकारी के सामने हर दिन सबेरे से देर रात तक चलता है!इन ट्रेवल्स वालों को भी एक दल्ले कथित राजनेता का साथ मिला हुवा है !*
*लेकिन ट्रैफिक पुलिसवालोंकी और एस टी बस स्थानक वालोंकी इस अवैध ट्रेव्हल्स वालोंपर विशेष महेरबानी जाँच का विषय है ❓उसी तरहसे रातके समय परप्रांतो से आनेवाले मूल के हाईवे रोडसे अन्य शहरों , जिलों में जानेवाले समानोसे लड़े हुवे दस पहिया , सोलह पहियों वाले ट्रकोंसे एंट्रियां वसूलने से भी फुर्सत नही मिलती?*
*उसी तरहसे बस स्थानक से और राज्यमार्ग से करीब 200 ( दो सौ ) मीटर की दूरीपर शराब दुकान को लाइसेंस देनेका नियम होनेके बावजूद भी बिल्कुल इस बस स्थानक के ठीक सामने कंदील बार को दुकान चलाने का परमिट कैसे दिया गया यह भी आश्चर्य चकित करने वाली बात है ❓* * *ठीक उसी तरहसे इसी मेन रोडपर एक मकानमे बस स्थानक के पास ही चंद्रपुर और आसपास के शहरों और गाँवोंसे अय्याश लोग आशिक मिजाज टूव्हीलरों -फोर व्हीलरो से लड़कियों को हर दिन मूल लाते हैं और घँटे दो घँटे अय्याशियाँ करके चलते बनते हैं ! सिर्फ घँटे आधे घँटे ,दो घँटे का मकानवाले को हजार -पन्द्रह सौ रुपया के हिसाबसे दिनभरमे पच्चीस तीस हजार की कमाई हो जाती है ! यहअय्याशोंकी पनाहगाह शहरभर मे मशहूर होनेके बावजूद मूल पुलिस डी बी स्कॉड का हाथ पर हाथ धरे बैठे रहना समझसे परे है ?*
*उसी तरहसे मूल तहसील के हल्दी नामक गाँव से बोरचंदली रोडपर हर रविवार को खेतमे लाखोंका जुवा अड्डा भरता है यह अड्डा तातोबा का जुआघर के नामसे पूरे चंद्रपुर -गडचिरोली जिलेके जुआ शौकीनों में मशहूर है ! यहां पर हर रविवार को टूव्हीलरों फोर व्हीलरो की भीड़ रहती है और मूल , नांदगांव , चिचपल्ली, चिरोली , सावली , गडचिरोली से तक जुवारी आते हैं और लाखोंका जुआ चलता है !जुआरियों के लिए पूरा बकरा काटा जाता है मटन और देसी -वीदेशी शराब का भी भरपूर इंतजाम रखा जाता है !*
*उसी तरहसे मूल में भी कई जगह कथित राजनेता दल्ले जुआ अड्डे चलाते हैं ! इसी तरहसे मूल से करीब ही जानारा में भी इन दिनों काफी बड़ा लाखोंका जुआ अड्डा धूमधाम से चलाया जा रहा है !* *चायना का मांजा एक दुकान में पकड़नेवाले और एक मुर्गा बाजार पकड़कर और चोरी गया ट्रक उसी ट्रक मालिक के साथियोने आरमोरी रोडपर खड़े होने की जानकारी दी तो ट्रक मालिकने मूल पुलिस अधिकारियों को दी थी ! तब मूल के डी बी स्कॉड वाले उस ट्रक को जब्त करके मूल थाने में लाये थे ! तब डी बी स्कॉड वालोंने मूल के गांधी चौक के टर्निंग से पोलिस स्टेशन के पास आते वक्त यू ट्यूब समाचार वालो के जरिये चोरी गया ट्रक चौबीस घँटों के अंदर बरामद कर लिया ऐसा झूठी वाहवाही भरा समाचार अपने चहेतों के जरिये छपवाने वाले मूल के डी बी स्कॉड को इतने बड़े अड्डे दूसरे दो नंबरीयों के सभी अवैध कारोबार पकड़ने फुर्सत ही कहाँ मिल सकती है ! मामला गडबड है ?*
*मूल मे सट्टाकिंग सोहेल -अतुल -मिलिंद इस तिकडी का सट्टा कारोबार लाखोंका हर दिन सरेआम चल रहा है ❗इन सट्टाकिंगों ने लाखोंकी चल अचल संपत्ति कई शहरोंमें बना ली है ❗ लेकिन आजतक मूल पुलिस डी बी स्कॉड हो या पुलिस अधिकारी हो किसीने भी इन सट्टाकिंगों के साम्राज्य मे सेंघ नही लगाई कभी किसी भी अवैध व्यवसायी पर छापेमारी नही की गई ? हाँ सिर्फ छापने ? का काम किया गया ! ना तो तत्कालीन अधिकारियोंने और नाही विद्यमान अधिकारी ने ❓आखिर इसकी क्या वजह हो सकती है ⁉️ समझदार को इशारा काफी है ❗इन सटोरियों के गुर्गों को भी ब्लॉक नही किया गया लेकिन इसके विपरित इनके कारनामे उजागर करनेवालोंके व्हाट्सऐप नंबर जरूर ब्लॉक कर दिये जाते हैं ❗*
*मूल में पूर्व विधायक स्व . महादेव ताजने के कार्यकाल में महाराष्ट्र शासन द्वारा तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. ए . आर . अंतुले के कार्यकाल मे यहाँ के पूर्व विधायक स्व.महादेव ताजने ने यहाँ के बेघर वालों के लिये शासन द्वारा बने बनाये मकान वाटप करने की योजना लाई थी और आंनद नगर बेघर कॉलोनी का निर्माण किया गया था ! यहांपर सैकडो मकान बनाये गये थे !*
*यह मकान जिन्हें रहने छत भी नसीब नही थी उन्हें वाटप किये गये थे ! मूल के झारे पांजरे बनाकर रास्तों पर गली कुचोमे घूमकर झारे पांजरे सिगड़ियाँ बेचकर पेट भरनेवाले कई सिख समुदाय के गरीबोंको भी वाटप में आनंद नगर में मकान दिये गये थे!*
*झारे पांजरे सिगड़ियाँ हाथोंमें लेकर छोटीसी लंगोटी लगाकर आवाजे लगाकर मूल की सडकोपर पैदल घूमने वाले गरीब सिख समाज के कुछ लोग जिन्हें छत भी नही थी उन्हें पूर्व विधायक स्व .महादेव ताजने की बदौलत रहने छोटासा घर नसीब हुवा था उन्हें विगत समय जिलेमें शराब बंदी घोषित होनेसे मानो लॉटरी लग गई उन्हें बंपर ड्रा लग गया था !?*
*इन लोगोने पूरे जिलेमें इतनाही नही तो गडचिरोली जिले तक अवैध शराब का कारोबार जमकर किया ! रोज हजारों देसी विदेसी शराब के बक्से पुलिसवालोंकी , एल सी बी वालोंकी , उत्पादन शुल्क वालोंकी जेबे गर्म करके सरेआम यह अवैध शराब के सैकडो बक्से भरे ट्रक सरेआम गाँवगाँव सप्लाई करने लगे थे ! इनका यह सब माल रातके समय जब मूल लाया जाता था तब मूल शहर में लगाये गये सी सी टी व्ही कैमरे तक पुलिसवाले बंद कर दिया करते थे और सी सी टी व्ही कैमरे खराब होनेका बहाना किया जाता था !*
*शराब के इस अवैध कारोबार के चलते कभी आंनद नगर बेघर कॉलोनी मे रहने वाले ये लोग देखते ही देखते अब करोडपति बन चुके हैं ! इतना ही नही तो करोडोंकी खेती बाडीयाँ बगीचे , कई शहरोंमें घर फ्लैट , लाखोंकी राईस मिल , बीसियों महंगी कारें , पचासों टू व्हीलरो के मालिक बन बैठे हैं ! इतनाही नही तो शासन से इन्हें जो बेघर मिला था वहांभी आलीशान बिल्डिंग बना लिये है !*
*कल तक आनंद नगर बेघर कॉलोनी में रहनेवाले चड्डी बनियाइन पर घूमकर झारे पांजरे बेचकर गुजारा करनेवाले आज करोडोंकी चल अचल संपत्तियोंके महंगी कांरो के मिलोंके मालिक कैसे क्या बन गये ??? इसकी भी आयकर विभाग के जरिये महाराष्ट्र शासन ने कड़ी जाँच करवाना चाहिये !*
*आज भी शराब कारोबार को विगत शासनकाल में शुरू कर दिये जाने के बाद मूल पोलिस स्टेशन के कार्यक्षेत्र के जिन शहरोंमें आसपास के गांवोंमें लायसेंसी देसी -विदेशी शराब दुकाने बियर शॉपी नही है वहांभी सरेआम शराब शौकीनों को अवैध शराब के बक्से हर दिन पहोचाये जाते हैं ? शराब शौकीनों को हर गांव में शराब बिकत मिल रही है ! बिट जमादार भी मूकदर्शक बने हुवे है ?*
*मूल पोलिस स्टेशन के कार्यक्षेत्र मेअवैध गुटका प्रतिबंधित मीठी सुपारी तंबाकू , माज़ा सब पूरी तहसील में पोंभुर्णा से मूल -फिस्कुटी , हळदी , भेजगांव , मारोडा , चिरोली तक कई गांवों तक सरेआम बेरोक टोक के बेचा जा रहा है ! लेकिन जानकर भी अंजान बने बैठे हैं क्योंके इन सभी गैरकानूनी धंदो की बदौलत ही जेबे गर्म हो रही है करलो दुनिया मुट्ठी में ! ऐसे करनामोके चलते ही चंद्रपुर जिलेके एक पुलिस अधिकारी का चंद्रपुर – मूल हाईवे रोडपर करोडो रुपयोंकी लागत का काफी बडा रिसोर्ट बन रहा है तो हम भी कुछ कम नही शायद यही स्पर्धा पुलिसवालों मे चल रही है ?*
*मूल परिसर में सभी दो नंबरीयों के सभी कारोबार बेरोकटोक जारी है*
*क्या महाराष्ट्र के गृहमंत्री श्री देवेंद्रजी फडणवीस और जिलेके पालकमंत्री श्री सुधीरजी मुनगंटीवार इन जानलेवा अवैध प्रतिबंधित जानलेवा कारोबार पर रोक लगायेंगे ? इन दो नंबरीयों सट्टाकिंगों , जुआअड्डा चलाने वालों , नकली शराब पूरे जिले भरमें सप्लाई करनेवालों , सेक्स रैकेट चलानेवालों , अवैध प्रतिबंधित गुटका खर्रा , तंबाकू बेचने वालोंको अभयदान देनेवाले उनपर कोई कानूनी कार्रवाही नही करनेवाले भ्रष्टाचारीयों के खिलाफ उचित कार्यवाही करेंगे ???*