*मूल स्थित सिंधी समाज ने गुरुनानकजी की ५५३ वी जयंती का कार्यक्रम पहेट के ५.३० झूलेलाल मंदिर से जुलूस निकाल कर मनाया ! गुरुनानक जयंती के दिन ही चंद्रग्रहण होनेसे सिंधी पंचायत ने जुलूस सबेरे ५.३० बजे निकालने का निर्णय लेकर सबेरेही झूलेलाल मंदिर में सिंधी समाज के सभी बच्चे , महिला , पुरुष जमा हुवे थे बादमे हाथोंमें भगवी पताकाएँ लेकर धुमधामसे पूरे मूल शहरमे गुरुनानकजी के नारे लगाते हुवे सबेरे ८ बजेतक जुलूस घुमाया गया !*
*चंद्रग्रहण खत्म होनेके बाद रातको १० बजेसे २ बजेतक सिंधी पंचायत के गुरुद्वारे में कार्यक्रम चला ! कार्यक्रम में बच्चे , जवान , बूढे सभी सिंधी भाई बहन भारी संख्या में शामिल हुवे थे ! ओम मोटवानी को गुरुनानकजी की वेशभूषा में जुलूस में फिराय गया था !कार्यक्रम को सफल बनाने में सिंधी पंचायत के अध्यक्ष अमर ( बबलू ) आयलानी , मोती सेठ टहलियानी , किशोर सेठ केशवानी , विष्णु उधवानी , बबलू वाधवानी , मोहन खत्री , राजेश ग़ुलानी , जगदीश उदासी , सुरेश खियानी , दीपक चुगानी आदि का योगदान रहा !*
*इसी तरहसे सिख भाइयों ने भी अपने गुरुद्वारे में गुरुनानकजी की जयंती धुमधामसे मनाई ! चंद्रग्रहण के चलते सिख भाइयोने जुलूस नही निकाला !*
में सिंधी समाज ने मनाई गुरुनानक जयंती ! सिख भाइयों ने भी गुरुद्वारे में मनाई गुरुनानक जयंती !*
*मूल स्थित सिंधी समाज ने गुरुनानकजी की ५५३ वी जयंती का कार्यक्रम पहेट के ५.३० झूलेलाल मंदिर से जुलूस निकाल कर मनाया ! गुरुनानक जयंती के दिन ही चंद्रग्रहण होनेसे सिंधी पंचायत ने जुलूस सबेरे ५.३० बजे निकालने का निर्णय लेकर सबेरेही झूलेलाल मंदिर में सिंधी समाज के सभी बच्चे , महिला , पुरुष जमा हुवे थे बादमे हाथोंमें भगवी पताकाएँ लेकर धुमधामसे पूरे मूल शहरमे गुरुनानकजी के नारे लगाते हुवे सबेरे ८ बजेतक जुलूस घुमाया गया !*
*चंद्रग्रहण खत्म होनेके बाद रातको १० बजेसे २ बजेतक सिंधी पंचायत के गुरुद्वारे में कार्यक्रम चला ! कार्यक्रम में बच्चे , जवान , बूढे सभी सिंधी भाई बहन भारी संख्या में शामिल हुवे थे ! ओम मोटवानी को गुरुनानकजी की वेशभूषा में जुलूस में फिराय गया था !कार्यक्रम को सफल बनाने में सिंधी पंचायत के अध्यक्ष अमर ( बबलू ) आयलानी , मोती सेठ टहलियानी , किशोर सेठ केशवानी , विष्णु उधवानी , बबलू वाधवानी , मोहन खत्री , राजेश ग़ुलानी , जगदीश उदासी , सुरेश खियानी , दीपक चुगानी आदि का योगदान रहा !*
*इसी तरहसे सिख भाइयों ने भी अपने गुरुद्वारे में गुरुनानकजी की जयंती धुमधामसे मनाई ! चंद्रग्रहण के चलते सिख भाइयोने जुलूस नही निकाला !*