चंद्रपुर जिलेके एक पुलिस वालेका बाप और भाई के लांखों के अवैध शराब के कारोबार के समाचार प्रकाशित होतेही वह पुलिस वाला व्हाट्सएप मैसेज के जरिये खुदही सामने आ गया !

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” हाथ कंगन को आरसी क्या ❓ ‘

चंद्रपुर जिलेमें पुलिस विभागमे हजारों की तादाद में वर्दीधारी पुलिसवाले तैनात है ! जिलेमें चल रहे अवैध नकली शराब नकली गुटका खर्रा माजा के खिलाफ समाचार में एक वर्दीधारी पुलिसवाले का बाप और भाई भी इस अवैध नकली शराब के कारोबार में लिप्त है और वह लांखों की शराब चंद्रपुर जिलेके साथही गडचिरोली , वर्धा और कई ज़िलोंमें सरेआम हरदिन सप्लाई करते हैं और इस अवैध कारोबार के चलते करोडोंकी चल अचल संपत्तियों , खेत खलिहानों , मिलों के मालिक बन बैठे हैं ,इस समचारके प्रकाशित होनेसे सनसनी फैल गई थी !
विगत दो वर्ष पूर्व मूल से महज २ या ३ की.मि. की दूरीपर चितेगांव नामक गाँव मे नकली शराब का कारखाना सालोंसे चलाया जा रहा था ! कमाल तो इस बातका है के मूल पुलिस ने मूल के तत्कालीन अतिचर्चित डी बी स्कॉड वालोंने वहाँ रेड मारना जरूरी नही समझा था ! जबके नकली शराब तो जानलेवा और स्वास्थ्य के लिये नुकसानदेह और खतरनाक होते हुवे भी पुलिसवालों को सिर्फ हरा हरा ही नजर आ रहा था !
जब चंद्रपुर के एक्साईज वालोंने चितेगांव में छापा मारकर सब नकली शराब की सामग्री आदि लाखोंका सामान जब्त किया था ,लेकिन मूल के नकली शराब बनाकर बेचनेवाले यह सरगना तीन तिकडम से बच निकले थे ! नकली शराबके कारोबार के भरोसे इन्होंने कऱोडोंकी चल अचल संपत्ति बना ली है !
चंद्रपुर जिलेके पुलिस महकमे में हजारों की तादाद मे पुलिस कर्मी तैनात होनेसे कौनसे पुलिसवालेका ❓बापऔर भाई यह अवैध नकली शराब कारोबार कर रहे है यह अटकलों का बाजार जगह जगह चल ही रहा था के एक पुलिसवाला खुदही व्हाट्सएप के जरिये सामने आ गया और उसने व्हाट्सएप पर जो मैसेज डाले उससे दूधका दुध और पानीका पानी साफ हो गया ⁉️कलके कडके जिन्हें रहने खुदका मकान तक नही था !शासकीय योजना मे गरीब बेघरोंको वाटप में मिलनेवाला बेघर आंनद नगर में मिला था तब सर पर छत नसीब हुई थी ! पिता गली कुचोमे घूमकर झारे पांजरे , वगैरह बेचकर गुजारा करनेवाले आज लाखोंकी चल अचल संपत्ति चार पहिया कारें गाडियाँ, कई टू व्हीलर्स , लाखोंकी राईस मिल के मालिक बन बैठे है ( अभी चंद माह पहलेही यह मिल लगभग दो ढाई करोड़ में बेची गई है ) ,खेती बाडियाँ , यह सब कहाँसे आ गया ? यह भी जाँचका विषय है !
इस पुलिसवालेने वाट्सअप पर इस तरहका मैसेज भेजा कि ‘ 👇🏾👇🏾
” 👍👍👍 आप जैसे ईमानदार पत्रकार की समाज में बहुत जरूरत है
बिका हुआ पत्रकार ये समाज के नाम पर धब्बा होता है
कुछ पत्रकार इन अवैध धंधे वाले से साथ गांठ करके इनके गाड़ी पैसा और इनको कई सालो तक इस्तेमाल करते है पापा ने बताया उन्होंने आपके बुरे वक्त में बहुत मदत की आपकी तब्बेत खराब थी तो आपकी हेल्प की ऐसे अपना कार्य करते रहिए भगवान आपको लंबी आयु दे 🙏”
पुलिसवालेने जब व्हाट्सएप पर यह मैसेज भेजा तो उसे उसके पिता के कडकी के दिनोंकी जो हकीकत है वह उसीके व्हाट्सएप पर मैसेज से भेजी थी जो इस तरहसे है 👇👇
तेरे पापा ने कब मुझे मदत किया था मेरी तबीयत खराब थी तो मदत किया और मेरे बुरे वक्त में मदत किया था वाह मैं तो खुद खानदानी रईस हूँ मेरी लाखोंकी प्रोपर्टी है ! ये जो आंनद नगर में बेघर वाटप हुवे है महादेवराव ताजने एम एल ए थे तब मैंने तेरे पिताजी को बेघर दिलवा दिया था तुम लोगोके पास मकान भी नही था !
तेरे पापा तो रास्तेपर मूल की गलियों में घूमकर झारे पांजरे बेचा करते थे !
मैंने दाऊद गिरोह के गैंग के लोगोको दिल्लीमे गिरफ्तार करवाया करोड़ो की दो नम्बर की संपत्ति जब्त की गई तो मैंने एक रुपया भी रिवार्ड का नही उठाया जरा दिल्ली पुलिस का लेटर पढले !
उसके बाद उस पुलिसवालेने फिरसे अपने घमंडी रुतबा दिखाते हुवे मेसेज भेजा कि ‘
” वो आप , बबलू और मेरे पापा ही जाने लेकिन आप बहुत अच्छे हो हमारे janar me ”
” मैने भी मान सम्मान किया है ”
इस पुलिसवालेके बोलबचन वाले व्हाट्सएप मैसेज भी समाचार के साथ स्क्रीनशॉट किये गये है !
इस पुलिसवाले की घमंडभरी बातोंसे साफ समझमे आ जाता है के ये कायदे कानूनों को किस तरहसे ताकपर रखे फिर रहे हैं और अपनी मस्तिमे मस्त है !
इसी तरहसे अवैध शराब के इस रैकेट मे ‘ करन ‘ नामका शख्स और चामोर्शी तहसील का धर्मा नामका शख्स यह दोनों मिलकर बहोत बडे पैमानेपर गोंडपिपरी तहसील पोंभूर्णा तहसील हलदी भेजगाव चिरौली और जिलेभरमें लाखोंकी अवैध शराब सरेआम सप्लाई कर रहे है ! लेकिन इनके खिलाफ भी सब जानते हुवेभी पुलिसवाले आँखे मूंदे रहते हैं ❓❓❓🙊🙉🙈
मुमक्का सुदर्शनजी ने चंद्रपुर जिला पुलिस अधीक्षक का पदभार संभाला तो अब इन अवैध कारोबारियों और इन्हें साथ देनेवाले वर्दीधारियों पर उचित कार्यवाही किये जानेकी उम्मीदें बंधी है ⁉️