? मूल में चंद्रपुर उत्पादन शुल्क के अधिकारीयोंने आकर छापेमारी करके नकली शराब का कारखाना मुद्देमाल के साथ जब्त किया , लेकिन मूल पुलिस को इस कारखानेकी भनक तक नही थी यह कैसे क्या संभव है ❓

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*मूल के दिनेश गोयल बंधु के महालक्ष्मी ट्रेडिंग कंपनी के लाखों रुपयोंकी चोरी के प्रकरण को करीब दस महीने होने आनेपर भी मूल पुलिस के हाथ कुछ भी नही लग सका था लेकिन चंद्रपुर के एल सी बी अधिकारी ( गुन्हे शाखा ) ने दलबल के साथ मूल आकर मूल के ही तीन चोरोंको धर दबोचा ,लेकिन मूल पुलिस पोलिस स्टेशन के पास की सिर्फ एक दुकान में छापा मारकर मांजा ( प्रतिबंधित माजा गुटका नकली मीठी सुपारी , तंबाकू नही पतंग उड़ानेवाला मांजा ) पड़कर और एक मुर्गा बाजार पर छापा मारकर यू ट्यूब न्यूज़ में और एक समाचार में अपनी वाहवाही करके अपने मुह मियाँ ? मिठ्ठु ?बनकर अपनी ही पीठ थपथपाते रहे !*
*जिस तरह से विगत समय मूल के वर्धेवार बंधु का ट्रक चोरी गया था तो ट्रक मालिक ने मूल थानेमें रिपोर्ट दर्ज करवाई थी और खुदभी अपने दोस्त भाइयों के साथ चोरी गये ट्रक की तलाश में लगा था ! जब वर्धेवार को उसके मित्रों के जरिये यह जानकारी मिली थी के उनका ट्रक आरमोरी रोडके पास खड़ा दिखाई दिया है ! तब वर्धेवार यह बात मूल पुलिस को बतलाने पर मूल के डी बी स्कॉड वाले उसके साथ मौकेपर पहोच कर ट्रक को मूल पोलिस स्टेशन लेकर आते वक्त मूल के गांधी चौक में यू ट्यूब न्यूज़ वालों के जरिये बाकायदा शूटिंग करवाई गई ! जिस तरहसे किसी मंत्री के काफ़िलेमे आगे आगे पुलिसवालोंकी गाडी रहती है और पीछे मंत्री की कार रहती है उसी तरहसे उस ट्रक के आगे आगे डी बी स्कॉड वाले अपनी जीप में चल रहे थे गाड़ियोंकी रफ्तार मुंगीयोंकी चाल की तरहसे स्लो धीमी रखी गई थी ताके उस विडिओ शूटिंग में अपने चेहरे दिखाई दे ! बादमे समाचारों में ऐसी न्यूज़ व्हायरल करवाई गई के चौबीस घँटोंके अंदर चोरी गया ट्रक बरामद कर लिया गया ⁉️*
*इस तरहसे झूठ समाचार व्हायरल करके मूल के डी बी स्कॉड ने झूठी वाहवाही लूटी थी ⁉️ जबके मूल की प्रथम महिला पत्रकार कु.कुमुदिनी भोयर की छोटी बहन के संदेहास्पद मृत्यु उसकी लाश कुवेमे पाई जानेका प्रकरण घरवालोने हत्या का मामला होनेकी बात बतलाने परभी संद्धिग्ध लडकोके नाम बतलानेपर भी मूल पुलिस हाथपर हाथ धरे बैठे रही थी ⁉️*
*मूल में सभी अवैध धंदे सरेआम बेरोकटोक चलाये जा रहे हैं प्रतिबंधित जानलेवा गुटका खर्रा हो नकली मीठी सुपारी हो तंबाकू हो , माजा हो❓ या जिस्मफरोशी के अड्डे हो❓ या सोहेल -अतुल के सट्टे के अड्डे हो❓ या साजन का लाखोंका क्रिकेट सट्टेबाजी का कारोबार हो या अब उजागर हुवा नकली शराब का कारखाना हो ❓*
*जिलेमें शराबबंदी के दौर था तब तो एक बक्से पर 600 ( छह सौ ) सौ रुपया एक नेताजी को और छह सौ रुपया जिलेके अधिकारी को अवैध शराब बिक्रेता देते थे ! रोजाना एक अवैध शराब बिक्रेता को 25 हजार ( पच्चीस हजार ) पेटीयोंका , दूसरेको 20 हजार ( बिस हजार ) पेटीयोंका और एक नेताजी को 15 हजार ( पंद्रह हजार ) पेटीयोंका सप्लाई का काम दिया गया था ! शराब के जिलाबंदी के वक्त कितनी नकली शराब बेची गई होंगी ❓जिसमे जमकर बंदरबाट चली थी ⁉️*
*जब चन्द्रपुर से अधिकारी आते हैं तब नकली शराब का कारखाना पकड़ा जाता है और चंद्रपुर से ही अधिकाती आते हैं तभी दस महीना पहले लाखोंकी चोरी करने वाले मूल के ही चोर पकडमे आते हैं तो फिर मूल में उपविभागीय पोलिस कार्यालय की और मूल में डी बी स्कॉड की और पोलिस स्टेशन की जरूरत ही क्या रह जाती है ❓❓❓*
*इधर गुप्ता और चन्द्रपुर – बल्लारपुर – पोंभुर्णा वाले अवैध प्रतिबंधित गुटका , खर्रा ,तंबाकू , माजा , नकली मीठी सुपारी के कारोबार वाले सरगनाओं का बडबोला गुर्गा और यू ट्यूब में समचारोमे स्वंय की झूठी प्रसिद्धियो में माहिर अधिकारी के गलेका ताबीज राम -लखन के बोलबचन से पता चला है कि कल 27 जनवरी को कोई अवैध मालका सौदागर यहाँ आकर इस ?चूहे ? के जरिये किसी अधिकारी को भारी नजराना देकर गया है बकौल इस राम-लखन के अब कोईभी इन दो नंबरीयोंका बाल तक बाका नही कर सकेंगा ⁉️✍️?*

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