*गणेश विसर्जन के दिन मूल की रौनक मे चार चांद लग गये!*
*डी जे, ढोल- ताशे ,नगाडे , बच्चे, बूढे, जवान , महिला पुरुषों की बाप्पा के सामने नाचने की रही धूम!*
संवाददाता
गणेश विसर्जन के दिन मूल नगरी की चकाचौंध में चार चांद लग गये थे !कोरोना काल मे विगत दो सालसे किसी भी धार्मिक सन त्योहारोपर जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था ! जिसकी कसर इस विसर्जन के समय आस पड़ोस के गांवों से भी मूल शहर में उमड़ पड़ी श्रद्धालुओं की भिड़ने पूरी कर दी !
सभी आबाल वृद्ध युवा महिला पुरुषोने हर गणेश मंडलों के विसर्जन के जुलूसोंमे बजने वाले डी जे , ढोल ताशों ,बैंड बाजों ,फिल्मी गानों की धुनों का दिलखोल कर लाभ उठाया !
युवाओं पुरुषों के साथही महिलाएँ- लड़कियां तक बेहिचक फिल्मी धुनोपर बाप्पा के जुलूस में नाचती दिखाई दी !
करीब १९ सार्वजनिक गणेश मंडलों के गणेशजी की बडी बडी मूर्तियाँ पूरे शहर में जगह जगह स्थापित की गई थी ! इसके अलावा कई घरोंमें भी घरेलू गणेशजी की मूर्तियां भी एक दिन पांच दिन के हिसाबसे स्थापित की गई थी !
सभी सार्वजनिक गणेश मंडलो के सामने हर दिन गणेशजी की आरती सुबह शाम होती थी और प्रसाद उपस्थित भक्तजनों में बटता था ! उसी तरह विसर्जन से एक दिन पहले सभी गणेश पंडालों के सामने काला जनसमुदाय में बाटा गया था और विसर्जन के दिन महाप्रसाद का वितरण किया गया था ! महाप्रसाद लेने हर मंडलों के सामने भीड़ उमड़ पड़ी थी !
यहां के उपविभागिय पोलिस अधिकारी मल्लिकार्जुन इंगळे के मार्गदर्शन में ,मूल पोलिस स्टेशन के पोलिस निरीक्षक सुशांतसिंग राजपूत के नेतृत्व में कड़ा पोलिस बंदोबस्त रखा गया था !
हजारों की भीड़ जमा होनेपर भी पोलिस निरिक्षक राजपूत ने स्वंय भीड़ में घूमकर शांतिपूर्ण माहौल बनाये रखने में कोई और किसीभी किस्म की कोई अनुचित घटना नही होने दी !
गांधी चौक में सभी सार्वजनिक गणेश मंडलों के गणेश मूर्तियाँ ढोल ताशों के साथ नाचते गाते हजारों की संख्या में भीड़ जमा हो गई थी ! लेकिन पुलिस प्रशाषन , महसूल प्रशाषन, नगर प्रशाषन के पुख्ता इंतेजामो के चलते नागरिकोने भी गणेश विसर्जन के जुलूसों का नाच गानों का भरपूर लाभ उठाया !
गांधी चौक में बनाये गये पंडाल में उपविभागीय पोलिस अधिकारी मल्लिकार्जुन इंगळे , नगर परिषद मूल के मुख्याधिकारी अजय पाठनकर , नायब तहसीलदार नंदकिशोर कुमरे भी गणेश विसर्जन के कार्यक्रम के पुख्ता इंतेजामो पर नजर रखे हुवे थे!