*भारत राईस मिल मे आग लगाने की साजिश? भाजपा के महान नेता नंदु रणदिवे मौकेपर पहोचा और मनीष टेकचंद को अश्लील गालियाँ देने लगा ,इतना ही नही तो अशरफ मिस्त्री को भी गंदे लफ़्जोंमे गरियाने लगा!*

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*भारत राईस मिल मे आग लगाने की साजिश? भाजपा के महान नेता नंदु रणदिवे मौकेपर पहोचा और मनीष टेकचंद को अश्लील गालियाँ देने लगा ,इतना ही नही तो अशरफ मिस्त्री को भी गंदे लफ़्जोंमे गरियाने लगा!*

मूल के भारत राईस मिल के कंपाउंड में कुछ सुखी लकड़ियां रखी थी ! उन लकडियोंमे आज पहेट के समय आग लग गई !
आश्चर्यजनक बात यह है कि ,आग लगनेकी जानकारी मनीष मूलचंदानी को फ़ोनसे उसी संतोष घुटके ने दी जो मनीष की भारत राईस मिल वार्ड से हटाने की साजिश में शामिल था!
आग लकडियोंमे कैसे लगी यह भी संदेहास्पद और जाँच का विषय भी है !? कंपाउंडर के जिस कोनेमें लकड़ियाँ रखी है उसी साइड में संतोष घुटके की बिल्डिंग है !
मिल के कंपाउंडर में रखी लकडियोंमे आग लगनेसे वार्ड के आसपास के लोगभी वहाँ इकट्ठा हो गये थे ! आग बुझाने नगरपरिषद की फायर ब्रिगेड भी आ गई थी और आग पर काबू पा लिया गया !
भारत राईस मिल के सामनेही भाजपा के महान नेता नंदु रणदिवे का डुप्लेक्स बंगला है ! नंदु रणदिवे भी अपने भतीजे पिंटू के साथ मिल के कंपाउंड में पहोच गया था !
नंदु रणदिवे ने वहां आतेही जमा लोगोंको देखकर मनीष मूलचंदानी पर रौब झाड़ते हुवे गालियाँ देते हुवे कहने लगा साले तेरी मिल शहर के बाहर ले जा !तेरे खिलाफ कोई भी कुछ किया तो तू वो ❌❌❌ का बाल अशरफ मिस्त्री के पास भागता है और वो ❌❌❌ का बाल हमारे खिलाफ बातम्या छापता है !
इस तरहसे गिरे हुवे अश्लील गंदी गालियाँ मनीष को और अशरफ मिस्त्री के नामसे नंदु रणदिवे ने दी और इतनाही नही तो उसके भतीजे पिंटू रणदिवे ने मनीष मूलचंदानी के आँगपर जाकर मारपीट की !
भारत राइसमिल शहर के बाहर हटवाने की जो साजिश रची गई थी उसमें परदेके पिछेसे नंदु शामिल था लेकिन अब खुल कर सामने भी आ गया और अपने मुहसे जहर भी उगलने लगा है !
पहले भारत राईस मिल को झूठे इल्जाम प्रदूषण वगैरह के लगाकर शहरके बाहर हटवाने की साजिशें रची गई थी जबके शहर के आबादी भरे जगहोपर १४ ( चवदह ) राईस मिल्स मूल में होते हुवेभी सिर्फ भारत राईस मिल के खिलाफ यह साजिश रची गई थी !
अब उसी मिलमे यह आग लगना कोई योगायोग तो नही हो सकता ? यहभी सोची समझी साजिशों का ही हिस्सा लगता है ? इस प्रकरण की गम्भीरतापूर्वक जाँच होना निहायत जरूरी है !वरना भविषमे इससे भी बड़ी वारदात को अंजाम देनेकी साजिशें षड्यंत्रों में माहिर साजिशकर्ता रच सकते हैं !
इस प्रकरणकी कडाइसे जाँच निहायत जरूरी है !