वसीम भाई का गुटका खर्रा , माजा चंद्रपुर की गली गली मे उनके एजंट खुलेआम बेचते है तो पूरे जिलेके शहरों , गाँवो मे सप्लाई करके बेचनेसे हमको रोकने की पकडनेकी किसकी हिम्मत है ? बकौल वसीम का माल चारो तरफ बेचने वाला गुर्गा जेठ्या के बोलबचन ⁉️

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*अशरफ ने मनीष की भारत राईस मिल मुफत में थोड़ी बचाया ? पाँच – सात लाख लिया जब उसको मदत किया था ? भाविन ने सब कुछ अंदर की बात मुझे बताई ? बकौल जेठ्या ⁉️*
*प्रतिबंधित गुटका खर्रा , तंबाकू , माजा का अवैध माल का पूरे जिलेभर में जाल फैलाने वाला वसीम और उसके जिलेभरमें जेठ्या की तरह पाँव पसारे बैठे सभी गुर्गो पर लगाम लगाना जरूरी है ❗*

*कभी चार पहियों वाली ट्राली पर लोगोका सामान इधर से उधर पहोचाने वाला हमाली काम करके गुजारा करनेवाला जेठ्या नामका शख्स प्रतिबंधित गुटका , खर्रा माज़ा के अवैध माल मूल और चारो तरफ के गांवों मे कभी अवैध शराब बेचनेवाले सागर नामक शख्स के साथ बेचकर मालामाल हो गया है !?*
*प्रतिबंधित अवैध माल की इस दो नंबर की कमाई से अपने घरके रेनोव्हेशन के साथ घरमे ए सी तक लगवा लिया है !*
*विगत सात / आठ माह पहले तक यह जेठ्या पोंभूर्णा के सचिन नामक गुटका खर्रा , माज़ा का लाखोंका माल पूरे जिलेभर में सप्लाई करनेवाले माफिया से लाखोंका गुटका खर्रा माजा लाकर बेचा करता था !*
*अब यह जेठ्या वसीम नामक गुटका , खर्रा , माज़ा के अवैध कारोबार के बेताज बादशाह से लाखों का माल उधारी पर लाकर चारो तरफ अपने गुर्गे सागर के साथ सप्लाई कर रहा है !*
*जिलेभर में अभी जिलाधिकारी , जिला पोलिस अधीक्षक , फ़ूड & ड्रग्स विभाग , चंद्रपुर की स्थानीय अपराध शाखा , और हर शहरोंकी पुलिस इस अवैध कारोबार के खिलाफ सख्ती से कदम भी उठा रहे हैं और उनके बयान भी इस गुटका , खर्रा , माज़ा के अवैध कारोबार के खिलाफ कई समाचार पत्रोंमें ,पोर्टल समाचारोमे भी आये हैं!*
*सभी आलाधिकारियों के बयान प्रसारित होने के बावजूद और जगह जगह इन गुटका , खर्रा बिक्रेताओं को पकड़ा भी जा रहा है ! लेकिन कमाल तो यह है कि , वसीम का यह कथित दल्ला शहरमे बढाइयाँ मारता फिर रहा है के , वसीम भाई का माल खुलेआम चंद्रपुर के गली गलीमे बिक रहा है तो हमको मना करनेकी और पकडवा देनेकी किसकी हिम्मत है ?*
*यहाँ के सब पत्रकार चुप बैठे हैं खाली अशरफ मिस्त्री चिल्लाता है ! उसका धंदा हो गया है , भारत राईस मिल के खिलाफ वार्ड के लोग चिल्लाये तो अशरफ ने मनीष को मुफत में थोड़ेही मदत किया था ? मनीष से पाँच / सात लाख रुपया खा गया था तब उसके फेवर में समाचार लिखकर उसको मदत किया था ? भाविन ने हमको सब कुछ बताया अंदर की बातें ! मनीष को भाविन के समझानेसे ही मनीष ने उनका संगठन छोड दिया था ।*
*बकौल जेठ्या भाविन ने कहा है के ऐसे पत्रकारोसे डरनेकी जरूरत नही , हमारे संबंध सभी बड़े बड़े डी सी , डी एस पी , और सभी सरकारी ऑफिसरोंसे है , इतनाही नही तो सभी आमदार , खासदारोसे , मंत्रियोंसे भी हमारे संबंध है ,तुम लोग डरो मत हम मदत करेंगे !*
*बतलाया जाता है के , जेठ्या तो यहाँ कहते फिर रहा है के उसे भाविन ने खुद कहा है के देख हमने करोड़ों रूपया बैंकों से लोन लिया है और उसकी किश्ते नही चुका रहे हैं फिरभी हमारे खिलाफ बैंक वाले किसीभी तरहकी जब्ती की करवाई नही करते क्योंके हमारी ऊपर तक पहोच है , इस लिये हम बैंक मैनेजरों को कुछ नही समझते !*
*इस अवैध कारोबार करनेवाले जेठ्या के बोलबचन हदसे ज्यादा सीमाएँ लाँघ रहे हैं वह बारबार गीदड भपकी भरी बातें करता फिर रहा है के ” मैं किसीके बापको नही डरता मैने तो रेल्वे स्टेशन पर एकको पटक पटक कर मारा था तब रेल्वे पुलिसने मेरे पर केस बनाये हैं , मेरा कौन क्या बिगाड लेंगा ? वसीम भाई ने भी बोला है डरना मत केस भी बनी तो मैं बैठा हूँ बडेसे बड़ा वकील कर दूंगा और पैसा भी लगाऊंगा ? हम पर कई केस बनी हम नही डरते यहाँ सब बिकाऊ है कुछ नही होगा घबराना मत ,बेफिकर माल बेचो !*
*इस बड़बोले को शायद पता ही नही के अशरफ मिस्त्री जिंदगी में कभी भी किसीभी बड़े से बड़े माफियाँ से नही डरा इतना ही नही तो करोड़ों रुपयोंकी चल अचल संपत्ति दिल्ली पुलिस को पकडवा देनेपर भी एक रुपया भी रिवार्ड में नही किया था , और तो और दिल्ली पुलिस के आलाधिकारी श्री प्रदीप श्रीवास्तव ने अपने लेटर में लिखा है कि जो काम सी बी आई और हमारी दिल्ली पुलिस नही कर सकी वह बबल स्फोट अशरफ मिस्त्री ने किया और पूरी जाँच पड़ताल में अशरफ मिस्त्री हमारे साथ थे !*
*उसी तरहसे यह बड़बोला जेठ्या और बकौल इसी बड़बोलेके के भाविन ने बतलाया के भारत राईस मिल बचाने मैने मनीष से लाखों रूपये लिये थे तो उसी मनीष मूलचंदानी का दिनांक 29 / 1/ 2023 का यह लेटर पढ ले जो मनीष ने स्वंय लिखकर दिया है के मैंने उसको निस्वार्थ मदत किया था !*
*बकौल जेठ्या अगर वाकई मे वसीम का अवैध गुटका खर्रा , माज़ा , तंबाकू का प्रतिबंधित कारोबार चंद्रपुर शहर के गलीकूचों के अलावा जिलेभर में बेरोकटोक जारी है तो यह बहोत गंभीर बात है और उसपर भी कड़ाई के साथ प्रतिबंध लगाया जाना चाहिये !*