बेखौफ साइबर अपराधियों के खिलाफ कब होगी कार्यवाही ?

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*ब्लैकमेलर अपराधियों ने दी जान से मारने की धमकी !**

*नैनी, प्रयागराज ।*
*न्यूड वीडियो साइबर ब्लैकमेलिंग अपराधियों के खिलाफ शिकायत करना एक पत्रकार को बहुत महंगा पड़ गया । साइबर अपराधियों के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की । अब ये अपराधी शिकायतकर्ता को ही जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।*
*न्यूड वीडियो कॉलिंग के जरिए अश्लील फोटो बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करने वाले इन अपराधियों के खिलाफ पिछले 16 नवंबर को शिकायत की गई थी ।*
*नैनी निवासी एक पत्रकार ने इस ब्लैक मेलिंग की घटना से तंग आकर साइबर क्राइम सेल, साइबर क्राइम ब्रांच, पुलिस लाइंस, प्रयागराज कार्यालय में शिकायती पत्र दिया था ।* *सोशल मीडिया पर सक्रिय इन अपराधियों के विरुद्ध शिकायती पत्र दिए हुए 1 माह बीत जाने के बाद भी आज तक पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की ।*
*कार्यवाही करने की बात तो दूर रही । इस घटना की एफआईआर ही नहीं दर्ज हुई। जब एफआईआर ही नहीं दर्ज होगी, तो जांच क्या होगी ?*
*ऐसा लगता है कि पुलिस प्रशासन ने सीधे सज्जन लोगों को इन अपराधी गिरोहों का निशाना बनने के लिए खुला छोड़ दिया है। पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किए जाने के कारण इन अपराधियों के हौसले दिनोंदिन बढ़ते चले जा रहे हैं।*
*सोशल मीडिया फेसबुक पर आए दिन लोगों के पास फ्रेंड रिक्वेस्ट के मैसेज भेजे जाते हैं । जो व्यक्ति इनके बहकावे में आ गया और गलती से इनका फोन उठा लिया । तो ये तुरंत उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर देते हैं और पैसे की मांग करते हैं । इन अपराधी गिरोहों में कई लोग शामिल हैं ।*
*एक शातिर महिला ने एक फोटो के नाम से दर्जनों आईडी बना रखी है । यह महिला पहले लोगों के पास फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती है और बाद में वीडियो कॉलिंग करके जबरन ब्लैकमेल करती है* ।
*इस ब्लैकमेल करने वाली महिला के साथ कई अन्य अपराधी भी हैं । जो इस महिला के साथ मिलकर लोगों को डराते धमकाते हैं । पुलिस अधिकारी बनकर गिरफ्तार करने की धमकी देते हैं । पूरे देश में इस गिरोह का यह धंधा कई वर्षों से चल रहा है । प्रयागराज जनपद में पहली बार किसी ने इस गिरोह के विरुद्ध नामजद शिकायत दर्ज कराई ।*
*पुलिस को सभी साक्ष्य दिए गए । व्हाट्सएप चैट दी गई । उक्त महिला की दर्जनों आईडी वाली फोटो भी दी गई ।* *व्हाट्सएप नंबर फोन पर नंबर दिया गया । समस्त साक्ष्य दिए जाने के बावजूद पुलिस ने गिरफ्तार क्यों नहीं किया ? यह बड़े आश्चर्य की बात है ?*
*पिंजरे में बंद तोते को पकड़ना कठिन है, लेकिन इन साइबर अपराधियों को पकड़ना उससे भी अधिक आसान है, बशर्ते पुलिस चाहे तो। पुलिस वाले इन ब्लैकमेलरो के ऊपर मेहरबान क्यों है ? यह समझ में नहीं आता ? या तो इस गिरोह की इतनी ऊंची पहुंच है कि शिकायत करने के बावजूद इनके विरूद्ध एफ आई आर भी नहीं दर्ज होती और ये धड़ल्ले से लोगों को ब्लैकमेल कर रहे हैं ।साइबर ठगी और ब्लैक मेलिंग के शिकार लोगों की खबरें आए दिन अखबारों में छपती रहती हैं । पुलिस वाले शिकायत लेकर महज खानापूरी करके रह जाते हैं!*
*सूत्रों का कहना है कि इस अपराधी गिरोह ने पूरे देश में अपना जाल फैला रखा है । पहले यह लोगों को ब्लैकमेल करते हैं । पैसा वसूलते हैं और बाद में अपने गुर्गों को पीड़ित के घर भेज कर धमकाते हैं । इनकी वसूली अनवरत जारी रहती है । पहली बार किसी ने हिम्मत करके इस ग्रुप के विरुद्ध शिकायत की तो उसे भी पुलिस प्रशासन ने नजरअंदाज कर दिया । सूत्रों का कहना है कि इस गिरोह से शातिर अपराधियों के तार जुड़े हैं । यह अपराधी ब्लैक मेलिंग के जरिए, ठगी के जरिए धन उगाही कर रहे हैं और जो पैसा नहीं देता है । उसको जान से मारने की धमकी देते हैं ।*
*इस मामले के शिकायतकर्ता नैनी निवासी एक पत्रकार का कहना है कि आज सवेरे वे एसडीएम से मिलने के लिए तहसील जा रहे थे । रास्ते में चार पांच लोगों ने रोककर धमकाया कि सोशल मीडिया पर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह के खिलाफ अगर शिकायत दुबारा की । तुम्हें जान से मार देंगे । अपराधियों की धमकी से शिकायतकर्ता भारी दहशत में है । पुलिस प्रशासन ने यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की तो इस गिरोह से जुड़े ब्लैकमेलों की गतिविधियां धड़ल्ले से चलती रहेंगी । सूत्रों का कहना है कि लोगों को ब्लैकमेल करने वाली शातिर महिला को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की जाए तो पूरे मामले का खुलासा हो सकता है ।*