हिंगणघाट मे शिया – सुन्नी फसाद खडा करवाने की साजिश ⁉️

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*इस्लाम के चार खलीफाओं में से तीन खलीफाओं का जिक्र घटिया- गंदे – घिनौने -अश्लील जिनाखोरी के इल्ज़ामों के साथ लगाकर व्हाट्सएप मैसेज मोबाईल नंबर 7285056312 से व्हायरल किया गया ❗इस गंभीर प्रकरण की जाँच तुरंत होना और साजिशकर्ता को गिरफ्तार करना निहायत जरूरी है ❗*
*कई जिलों के शहरों में रहने वाले खोजा शिया संप्रदाय के महिलाओं , पुरुषों के अलावा पूरे हिंगणघाट शहर के कई धर्मोंके नागरिकों को मुस्लिम समाज के तीन खलीफाओं का जिक्र अश्लील- व्यभिचार -अय्याशियों भरे इल्जाम लगाकर किया गया है !*
*यह साजिश मोबाईल नंबर 7285056312 से अंजाम दी गई थी ! ट्रू कॉलर से इस नंबर पर विजय ( Vijay ) यह नाम बतला रहा है !*
*हिंगणघाट के खोजा समाज के इमामबारगाह और मस्जिद में जो मौलाना थे उन्होंने करीब 5 – 6 दिनोसे अपने मस्जिद वाले कमरे में एक शख्स को छिपा रखा था जो कि तृतीय पंथी हिजडा था !*
*इस बातको लेकर खोजा समाजके प्रतिष्ठित हाजी आसिफभाई अजानी , साजिदभाई अजानी और दीगर लोगोने उस तृतीय पंथी हिजडेको जो मौलाना के कमरेके बाथरूम में छिपा बैठा था ,उसे बाथरूम से बाहर निकाला !*
*उसके बाद उस मौलाना से इस विषय मे पुछपरछ की गई !इस्लाम मे यह गंदी हरकते मना है ! मौलाना ही ऐसी हरकतें करेंगा तो वह समाज को क्या उपदेश देंगा ❓*
*लेकिन उस वारदात के बाद हिंगणघाट के एक सिरफिरे शख्स ( जो ऐसी साजिशें करनेमे दूसरों की बहू बेटियों पर तक झूठे गंदे अश्लील इल्जाम लगाकर उन्हेंभी बदनाम करनेमे माहिर हैं ) ने सारी सीमाएं लांघते हुवे हाजी आसिफभाई अजानी ,सजिदहुसैन दोस्त मोहम्मद अजानी ,मोहम्मद अली अजानी इन तीनो को इस्लाम के तीन खलीफाओं की उपाधि लगाते हुवे गंदे इल्जाम लगाये थे और रज्जाक पिस्सु को इस्लाम के खलीफा का सहाबी लिखा था !*
*इस्लाम के चार खलीफाओं मेसे तीन खलीफाओं का जिक्र गंदे इल्जाम लगाकर करना मुस्लिम समाज के सुन्नी संप्रदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहोचाना है और शिया -सुन्नी फसाद खड़ा करनेकी साजिश है !*
*इस प्रकरण में दिनांक 08 / 11 /2022 श्री साजिद दोस्त मोहम्मद अजानी ने हिंगणघाट पोलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करवाई है ! प्रकरण कलम 500 -501 भा. द.वी. के तहत दर्ज किया गया है !*
*इस प्रकरण की प्रति जिला पोलिस अधीक्षक श्री नुरुल हसन साहब को भी दी गई है ! इस गम्भीर प्रकरण की कडाई से जाँच होना और गुनहगारोंपर उचित कार्यवाही होना निहायत जरूरी है !*
*इस्लाम के खलीफाओं के खिलाफ कितने गिरे हुवे लफ़्जोंमे साजिशकर्ता गंदे नालीके किडेने ❓ लिखा गया है यह रहा उसका सबूत??????*

*?जागो हुसैनियो जागो ?*

*देखो हिंगनघाट शहर में वही आतंकवादी हरकत जो १४०० साल पहले खलीफाये वक्त ने आले रसूल के घर की थी, एक मस्जिद के पेश इमाम आलिम को आधी रात को मस्जिद में घुसकर पहले तो हाथों से, फिर पैरों से, फिर हथियार से पीटा गया ,पीटने वाले कोई और नहीं वक्त के तीन खलीफा और पहले खलीफा और उसका अयाश शबाबखोर बेटा, दुसरे खलीफा और तीसरे खलीफा का सहाबी*

*{१} पहले खलीफा हाजी आसिफ हुसैन हाजी फिदा हुसैन अजानी, और उसका अययाश, शबाबी ,बेटा अली हसनैन हाजी आसिफ हुसैन अजानी (भावनगर वाले फिरोज भाई दातारी के दामाद)*

*{ २} दूसरे खलीफा साजिद हुसैन दोस्त मोहम्मद अजानी*
*{ फुल टाइम चमचागिरी , काम धंधा कुछ नहीं , इश्क सूफियाना* }*

*{३} तीसरे और सबसे खतरनाक खलीफा 5G गिरगिट , मोहम्मद अली हाजी बरकत अली अजानी {जो जीजा जी बोलेंगे वही करेंगे लेकिन उनका खेत बेचेगे तो दस लाख रुपए खा जाएंगे वह हलाल कमाई है हराम नहीं है }*

*{४} रज्जाक पिस्सु तीसरे खलीफा के सहाबी* *मस्जिद का कमरा तो इनके बाप की की जागीर है*

*भाइयों और बहनो बाद सलाम आप से यह गुजारिश है कि हमने इस मैसेज के साथ एक वीडियो पोस्ट किया है, आप सभी लोगों से गुजारिश है कि उसे देखें कि कैसे हिंगनघाट के पेश इमाम मौलाना अली नवाज साहब जो आले रसूल ( सलाम), है सय्यद है ,पिछले साढे चार साल से हिंगनघाट में पेश इमाम थे ,उनके पीछे नमाज पढ़ रहे थे ,कैसे इन तीन खलीफा ने उनके ऊपर साजिश रची, और उनके ऊपर हमला किया ,दरवाजा खुले बरोबर मारना चालू ,पहले तो हाथों से, फिर लातो से, फिर पहले खलीफा का बेटा अययाश अली हसनैन हाजी आसिफ हुसैन* *अजानी तो हथियार से मारने लगा , एक आलिम के सिर पर मशीन से बार-बार वार किया आलिम को अपनी सफाई में बोलने का एक पल भी ना दिया गया ,कैसे *शियाने अली है ❓*

*क्या हमें शरीयत किसी आलिम पर हाथ उठाने की इजाजत देती है ❓❓❓❓❓❓❓*

*मौला अली {सलाम} की अदालत में गुनहगार को भी बोलने का मौका दिया जाता था, फिर सजा दी जाती थी, सारे सबूतों के और गवाहों के मद्देनजर रखते हुए, यहां तो डायरेक्ट आर्डर ही लेकर आए थे ,और सजा ही देना चालू कर दी* ???????????????

*कैसे मुंह दिखाएंगे जब इमाम आएंगे❓❓❓❓*

*यह बताएंगे हमने आपकी आल को पिटाई की थी………..*

*नाम पर सहाबा की काम काफीरो जैसे*

*माथे के ऊपर मोहर घसघस के निशान ,ऐसे झूठे निशान दिखाएंगे❓❓❓❓*

*गुंडागर्दी की हद तो देखो हिंगनघाट जमात की एक कमेटी है ,और प्रेसिडेंट भी है ,मारने से* **पहले इन्होंने कमेटी और प्रेसिडेंट से किसी भी प्रकार की गुफ्तगू और इजाजत नहीं ली, बस बिना पूछे बिना सोचे बिना समझे आधी रात को* *आनन-फानन में गयारह बजे मौलाना के दरवाजे कोखटखटाया गया, दरवाजा खोले बरोबर मारना चालू किया गया। इनकी बेशर्मी की हद तो देखिए मारते मारते वीडियो भी बना रहे हैं , बाप शिमर जैसे तमाचे मार रहा है ,बेटा वीडियो बना रहा है*

*कमेटी के मेंबर को हमला पूरा होने के बाद ईततला दि गयी।**

*अब आइए पहले खलीफा हाजी आसिफ हुसैन हाजी फिदा हुसैन अजानी और उनके फरजंद अली हसनैन हाजी आसिफ हुसैन अजानी* *की फजीलत देखिए ,वैसे तो यह किसी नान मुस्लिम के हाथ का पानी भी नहीं पीते ,लेकिन इनको हर हफ्ते एक नॉन मुस्लिम लड़की हमबिस्तरी करने के लिए चाहिए होती थी और आज भी चाहिए, इनके अबबु का हिंगणघाट शहर के बीचो बीच कोहिनूर गेस्ट हाउस* था *,जो अभी केके के नाम से है ,आधी रात को खलीफा साहब ने अपने शहजादे की काली करतूतों के कारण आनन-फानन में ओने पौने दाम में अपना होटल व्यवसाय बंद कर दिया।*

*इनकी यही हरकतों के कारण कई बार इन्होंने लाते और जूते भी खाए हैं, तब इनकी मर्दानगी जागी नहीं थी, एक अकेले इंसान पर आलिम के ऊपर जब हमला कर रहे थे, तब इनकी मर्दानगी जाग गई आज तक कभी किसी अपने बराबरी वाले से लड़े नहीं ,कमजोर पर हाथ उठाना यह दोनों बाप बेटे की फितरत है ,इनके अब्बू पहले खलीफा हाजी आसिफ हुसैन का मुंह तो सरकारी संडास है ,जब भी मुंह खोलते हैं मां बहन की गालियां ही बरसती है,*

*अरे खलीफा साहब अपने शहजादे को यह तो पूछो ,*

*समुद्रपुर में कौन थी ❓❓* ❓

*बीकानेर होटल में मैतरानी का नाम क्या था❓❓*

*पुलिया के ऊपर इनोवा में कौन थी ❓❓❓*

*तब कहां गई थी आप की मर्दानगी , अपने फर्जंद की पिटाई तब क्यों नहीं करें ❓❓*

*यह बाप बेटे मिलकर जमा रहे थे❓❓❓{मन में लड्डु फुटा* ??}

*जब वह हराम काम कर रहा था ,अब यह लड़कियों के नाम आप बताएंगे कि हम अगले एपिसोड में बताना❓❓❓*

*हिंगणघाट जमात को, ऐतराफ की जमात को दर्स देना, हदीसे बताना और शराफत का नकाब और चोला ओढ़ के रहना, भाइयों यह वीडियो देखिए और कुछ बताने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।*
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*वैसे आपको बता दें पहले खलीफा हाजी आसिफ हुसैन अजानी तीन बार हाजी है ,चार बार उमराई है, नौ बार जयारती है ,कर्बलाई है ,नजफी है , यह सब दिखाई देने वाली चीज है असल मे हरकत यजीदी है*

*दूसरे खलीफा साजिद हुसैन अजानी ईनकी की फजीलत की फेहरिस्त बहुत लंबी है ,आपको छोटा सा डेमो दे रहे हैं, फेसबुक पर नॉन मुस्लिम लड़की से चैट मिली है इनकी, वह भी इस मैसेज* *के साथ पोस्ट कर रहे हैं जरा नजर डालिए आपको कुछ समझाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी*

*उसी तरह तीसरे खलीफा इनके भी किससे काफी लंबे है ,मैसेज काफी लंबा हो गया है नेक्स्ट एपिसोड में आपको और भी जानकारी दी जाएंगी सबूतों के साथ*

*आखिर में सबसे अहम बात पहली रात को सब ने मिल कर मौलाना के ऊपर हमला किया , दूसरे दिन सब लोग बैठ के दूसरे खलीफा के हाथ से मौलाना से अपनी गलती का एहसास हो गया काल कर के ऐसा बता रहे थे ,वह भी क्लिप हमने इसके साथ पोस्ट की है क्लिप बड़ी है लेकिन सुनिए गा जरूर ?????*

*NEXT EPISODE COMING SOON*

*” शिया सुन्नी फसाद खड़ा करने गंदे अल्फाजोंमे तीन खलीफाओं का नाम इस मलऊन ने इस्तेमाल किया है! जबके ईरान और इराक के आला शिया ओलमाओं ने शिया सुन्नीयों की माइत्तेफाकिया दूर करने आपस मे इत्तेफाक बनानेका हुक्म दिया है ताके मुसलमानो में भाईचारा रहे और एक ताकत बने “*