सुधीर मुनगंटीवार नाम नही आंदोलन है! मुनगंटीवार को नगण्य मंत्रालय के खाते देनेसे उनकी प्रतिष्ठा पर कोई फर्क नही पडता!

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संवाददाता

हालहीमें महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के खातों के वाटप की घोषणा हुई ! महाराष्ट्र के दमदार नेता जिनका पिछले मंत्रिमंडल का कार्यकाल काफी सफल रहा था !
इतना ही नही तो देश विदेश में भी मुनगंटीवार के कार्यकाल की तारीफें तक की गई थी ! लेकिन अभी जो मंत्रियों को खाते वाटप हुवे उसमे मुनगंटीवार को पहले का वन मंत्रालय छोड दिया जाये तो उन्हें सांस्कृतिक खाते और मत्स्य व्यवसाय विभाग दिया गया है !
मुनगंटीवार को यह नगण्य विभाग भलेही दिये गये हो लेकिन मुनगंटीवार इन विभागों को भी अपनी कार्यकुशलता के चलते चार चांद लगा देंगे !मत्स्य व्यवसाय करने वाले भोई समाज की दैनावस्था भी मुनगंटीवार की सूझबूझ के चलते दूर होकर रहेंगी ! उसी तरह सांस्कृतिक कार्य करनेवालों को भी समाज मे प्रतिष्ठा मिल पायेंगी !
मंत्रिमंडल में सभी वित्त , गृह , सहकार आदि मलाईदार खाते हासिल करने में लॉबिंग करने में व्यस्त थे , लेकिन मुनगंटीवार मंत्री बनते ही खाते वाटप का इंतेजार ना करते हुवे मलाईदार विभाग मिलवाने की लॉबिंग ना करते हुवे अपने चंद्रपुर जिलेकी अपने निर्वाचन क्षेत्र की जनता से मिलने आ गये थे !
इतना ही नही तो चंद्रपुर जिलेकी गरीब जनता बेतहाशा बारिश के चलते बाढ से जूझ रही थी उनकी हरसंभव मदत की थी!
बारिश के चलते गरीब तबकोमे छाते बटवाये ! छोटे मंझोले फुटपाथ व्यवसाइयों को बडे छाते बटवाये थे !
इतनाही नही तो गरमी के मौसम में सभी गरीब तबकोमे पाँच – पाँच लीटर के पानी रखने के जार तक बटवाये थे!

 

*भाजपा नेता चंद्रकांत आष्टनकर की प्रतिक्रिया*
इस मंत्रिमंडल में मुनगंटीवार को नगण्य खाते दिये जानेसे यहां के भा ज पा नेता चंद्रकांत आष्टनकर ने अपनी प्रतिक्रिया में भी स्पष्ट कहा है कि ” सुधीर मुनगंटीवार जैसे जेष्ठ लोकनेता को जिनकी विद्वत्ता ,अनुभव , कर्तुत्व और मंत्री रहते वक्त उनका पिछला सराहनीय कार्यकाल देखते हुवे उन्हें इस मंत्रिमंडल में दिये गये विभाग भलेही नगण्य हो लेकिन सुधीर भाऊ पारस पत्थर है लोहे से भी स्पर्श होंगा तो भी वह सोना हो जाता है ! उसी तरहसे सुधीर भाऊ इन विभागों को भी प्रतिष्ठा दिला देंगे ! ”
वाकई सुधीर मुनगंटीवार वह शख्सियत है जिस तरहसे श्रीकृष्ण के गरीब बाल सखा सुदामा जब उनसे मिलने गये और श्रीकृष्ण ने जब सुदामा को गले लगाया तो सुदामा की दरिद्रता दूर हो गई और सुदामा के छोटेसे घरकी जगह आलीशान घर हो गया था ! उसी तरहसे मछुआरों और सांस्कृतिक कार्य करनेवालों का भी जीवन स्तर भी सुधीर मुनगंटीवार की कार्यकुशलता और सूझबूझ के चलते ऊंचे मकाम पर पहोंचेंगा!
मुनगंटीवार की लोकप्रियता का नजारा पूरे जिले भर में अभी दिखाई दिया था ! उनका मंत्रिमंडल में समावेश होते ही पूरे जिलेकी जनता ने संव्यस्फूर्त बड़े बड़े होर्डिंग बैनर अपने ख़र्चोंसे लगाये थे ! पूरे चंद्रपुर शहर का और मुनगंटीवार के बल्लारपुर -मूल निर्वाचन क्षेत्र में तो छोटे बड़े गरीब मध्यमवर्गीय और ब्यापारियोने इतने होर्डिंग लगाये थे कि जगह जगह सुधीर मुनगंटीवार छाये हुवे थे !